देश का पहला डिजिटल आदिवासी संग्रहालय: शहीद वीर नारायण सिंह स्मृति एवं आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के नया रायपुर (अटल नगर) में देश के पहले पूर्ण रूप से डिजिटल आदिवासी संग्रहालय का उद्घाटन किया। यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर खुला, जो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता, बलिदान और सांस्कृतिक विरासत को समर्पित है। संग्रहालय का नाम शहीद वीर नारायण सिंह स्मृति एवं आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय है, जो छत्तीसगढ़ के पहले शहीद वीर नारायण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
जनजाति गौरव दिवस 15 नवम्बर को मनाया जाता है ।
यह दिवस पहली बार 2021 में मनाय गया था।
प्रमुख विशेषताएँ:
- स्थान और निर्माण लागत: नया रायपुर के सेक्टर 24 में 10 एकड़ भूमि पर फैला यह संग्रहालय ₹50 करोड़ की लागत से बनाया गया है। यह छत्तीसगढ़ सरकार की पहल है, जिसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुरू किया था।
- डिजिटल तकनीक: भारत का पहला पूर्ण डिजिटल संग्रहालय होने के कारण यह AI-संचालित है। इसमें 16 आधुनिक गैलरियाँ हैं, जहाँ VR (वर्चुअल रियलिटी), AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) और इंटरएक्टिव डिस्प्ले के माध्यम से आदिवासी इतिहास को जीवंत किया गया है। स्थानीय छत्तीसगढ़ी कलाकारों के साथ ओडिशा और कोलकाता के कलाकारों के योगदान से प्रदर्शनियाँ सजाई गई हैं।
- प्रदर्शनियाँ: संग्रहालय 14 प्रमुख आदिवासी विद्रोहों को दर्शाता है, जैसे:
- हल्बा विद्रोह
- सरगुजा क्रांति
- भोपालपाटनम, परलकोट, तारापुर, लिंगागिरि, कोई, मेरिया, मुरिया, रानी चौरस, भुमकाल और सोनाखान आंदोलन
- झंडा और जंगल सत्याग्रह यह आदिवासी नायकों की कहानियों को कला, इतिहास और डिजिटल कथा के माध्यम से प्रस्तुत करता है।
- उद्घाटन समारोह: पीएम मोदी ने उद्घाटन के दौरान संग्रहालय का पोर्टल लॉन्च किया और “आदिशौर्य” ई-बुक जारी की, जो स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करती है। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह की घोड़े पर सवार प्रतिमा का भी अनावरण किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पीएम ने आदिवासी संस्कृति का सम्मान करते हुए पारंपरिक आदिवासी मुकुट भी धारण किया।
महत्व:
- यह संग्रहालय आदिवासी गौरव सप्ताह (जनजातीय गौरव सप्ताह) से पहले खुला, जो आदिवासी समुदायों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को रेखांकित करता है।
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे “छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति का वैश्विक केंद्र” बताया, जो युवा पीढ़ी को उनकी जड़ों से जोड़ेगा और पर्यटन को बढ़ावा देगा।
- उद्घाटन के साथ ही पीएम ने ₹14,260 करोड़ के विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया, जिसमें सड़कें, स्वास्थ्य, उद्योग और ऊर्जा क्षेत्र शामिल हैं।
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