ऑपरेशन सिंधु के बारे में जानकारी-

                ऑपरेशन सिंधु भारत सरकार द्वारा 18 जून 2025 को शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण अभियान है, जिसका उद्देश्य ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के कारण ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना है। यह अभियान विदेश मंत्रालय के आगे पढ़े…

chand vansh -कुमाऊं का चन्द राजवंश -8

              1- उद्योग चंद  चंद वंश की गद्दी पर कब बैठा था – 1678 नोट- * उद्योग चंद को गंगोली से बुलाकर गद्दी पर बैठ्या गया था। * रूद्रदत्त पंत नामक इतिहासकार ने उद्योग चंद को तपस्वी शासक की संज्ञा दी थी  । 2- उद्योग चंद के समय गढ़वाल आगे पढ़े…

chand vansh -कुमाऊं का चन्द राजवंश -7

1- त्रिमल चंद के पश्चात गद्दी में कौन बैठा- बाजबहादुर   नोट –  चंद वंश में  बूढ़ा क्रूर अत्याचारी शासक कहा जाता बाजबहादुर  * कुमांऊ का बलवन भी कहा जाता है इस के बारे में कहावत है वर्ष भयों अस्सी मती गयी नस्सी  2- बाजबहादुर के पिता का क्या नाम था आगे पढ़े…

chand vansh -कुमाऊं का चन्द राजवंश -6

                            चन्द वंश – महत्वपूर्ण- प्रश्नों का संग्रह 1- किस चंद शासक को कुमाऊँ के इतिहास में लखुली बिराली के नाम से भी जाना जाता है- लक्ष्मीचंद * नोट- लक्ष्मीचंद ने 7 आक्रमण में असफलता पायी थी गढ़वाल आगे पढ़े…

chand vansh – कुमाऊं का चन्द राजवंश -5

                               चन्द वंश – महत्वपूर्ण- प्रश्नों का संग्रह 1– बालो कल्याण चंद के पश्चात कुमांऊ की गद्दी पर कौन बैठा था – रूद्रचंद 2- रूद्रचंद किस गढ़वाल शासक व मुगल शासक के समकालीन था- गढ़वाल में परमार वंश के आगे पढ़े…

chand vansh – कुमाऊं का चन्द राजवंश -4

                            चन्द वंश – महत्वपूर्ण- प्रश्नों का संग्रह 1- किस चन्द शासक ने राजधानी चम्पावत से अल्मोड़ा स्थानान्तरित करने की योजना बनाई थी- भीष्म चन्द ने  * नोट- राजधानी चम्पावत से अल्मोड़ा इस्थापित करने के श्रेय बालो कल्याण चन्द को जाता है ।  आगे पढ़े…

chand vansh part-3

                                  चन्द वंश – महत्वपूर्ण- प्रश्नों का संग्रह 1-भारतीचंद गद्दी पर कब बैठा- 1437 2-भारतीचंद ने किस खस नेता की सहायता से विक्रमचंद को मार भगाया- श्रीसोण करायत  3-उत्तराखण्ड के इतिहास में किसी शासक आगे पढ़े…

chand vansh Part-2

chand vansh – कुमाऊं का चन्द राजवंश -2

चन्द वंश – महत्वपूर्ण- प्रश्नों का संग्रह 1-कौन सा चंद शासक खस राजाओं द्वारा से पराजित हुआ था – वीणाचंद  2-किस चंद शासक के समय चंद वंश की सत्ता उनके हाथो से चली गई थी- वीणाचंद  3- वीणा चंद किन राजा द्वारा पराजित हुआ था – खस राजा से * आगे पढ़े…

chand vansh uttarakhand

chand vansh-कुमाऊं का चन्द राजवंश

                        चन्द राजवंश 1-चन्द वंश का  संस्थापक कौन था – सोमचंद * बद्री दत्त पाण्ड़े  चंद वंश का संस्थापक किसे मानते है – सोमचंद  सोमचंद को प्रसिद्ध विद्वान एटकिंशन सोमचंद को चन्द वंश का संस्थापक मानते है । * एटकिंशन- आगे पढ़े…

New dimension to classical languages ​​of India: Five more languages ​​get classical status-भारत की शास्त्रीय भाषाओं को नया आयाम: पांच और भाषाओं को शास्त्रीय दर्जा

        शास्त्रीय भाषा का दर्जा: एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य भारत में शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान करने की शुरुआत 2004 में हुई, जब संस्कृत को यह सम्मान प्राप्त हुआ। इसके बाद, 2005 में तमिल, तेलुगू और कन्नड़ को यह दर्जा मिला। 2008 में मलयालम, 2013 में उड़िया और आगे पढ़े…

Major Operations Conducted by India: An overview- भारत द्वारा संचालित प्रमुख ऑपरेशन: एक अवलोकन

        भारत द्वारा संचालित प्रमुख ऑपरेशन: एक अवलोकन भारत ने समय-समय पर विभिन्न संकटों और चुनौतियों का सामना करने के लिए कई महत्वपूर्ण सैन्य, मानवीय और बचाव अभियान चलाए हैं। ये ऑपरेशन न केवल भारत की रणनीतिक और मानवीय क्षमताओं को दर्शाते हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर आगे पढ़े…

महात्मा बुद्ध( गौतम बुद्ध )से सम्बन्धी मुद्राएं और प्रतीक

गौतम बुद्ध से जुड़ी विभिन्न मुद्राएं और प्रतीक           धर्मचक्र मुद्रा-संस्कृत में ‘धर्मचक्र’ शब्द का अर्थ धर्म चक्र है, इसलिए, धर्मचक्र मुद्रा धर्म चक्र के घूमने का प्रतिनिधित्व करती है. इस मुद्रा में गौतम बुद्ध, दोनों हाथों के अंगूठे और तर्जनी के सिरों को जोड़कर एक आगे पढ़े…

गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तराखंड की झाकियां का विवरण

            गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है गणतंत्र दिवस की  परेड व उस में शामिल होने वाली  झाकियां जो अलग-अलग राज्य व मंत्रालय की होती है उन झाकियों की अनूठी थीम होती है, जो भारत व उस  राज्य के  सांस्कृतिक, आगे पढ़े…

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Prime Minister Manmohan Singh Biography

डॉ. मनमोहन सिंह: एक मिडिल क्लास लड़के से प्रधानमंत्री तक का सफर         डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन को भारत के इतिहास में प्रेरणा का प्रतीक माना जाएगा, डॉ. मनमोहन सिंह जी देश के 13 वे प्रधानमंत्री तथा देश के पहले सिख प्रधानमंत्री थे, वह पंडित जवाहरलाल नेहरू आगे पढ़े…

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bihaar ke vaibhav sooryavanshee ne racha itihaas: 13 saal kee umr mein bane aaeepeeel ke sabase yuva khilaadee Vaibhav Suryavanshi of Bihar created history: became the youngest player of IPL at the age of 13

बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास: 13 साल की उम्र में बने आईपीएल के सबसे युवा खिलाड़ी बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रचते हुए आईपीएल ऑक्शन 2024 में सबसे युवा खिलाड़ी के रूप में जगह बनाई है। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें आगे पढ़े…

Victor Mohan Joshi -freedom fighter

Victor Mohan Joshi -freedom fighter

विक्टर मोहन जोशी: एक महान समाजसेवी और स्वतंत्रता सेनानी       जन्म: 1886 ई. (नैनीताल) पिता का नाम: जयदत जोशी विक्टर मोहन जोशी एक प्रतिष्ठित भारतीय समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार थे। नैनीताल में जन्मे जोशी ने प्रारंभिक शिक्षा अल्मोड़ा के रेमजे हाईस्कूल से प्राप्त की। बाद में इरविन आगे पढ़े…

haat kaalika-gangoleehaat

haat kaalika-gangoleehaat

हाट कालिका सिद्ध पीठ: गंगोलीहाट का पवित्र शक्तिपीठ       गंगोलीहाट, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से लगभग 77 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है। यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहां स्थित हाट कालिका सिद्ध पीठ आगे पढ़े…

Bagnath Temple - Bageshwar

Bagnath Temple – Bageshwar

बागनाथ मंदिर (बागेश्वर): एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर       बागेश्वर का बागनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक धार्मिक स्थल है, जो गोमती और सरयू नदी के संगम पर स्थित है। इसे उत्तर भारत के वाराणसी के समान धार्मिक महत्व प्राप्त है। यहां की पवित्र सरयू नदी, जिसे आगे पढ़े…

Kainchi Dham - Baba Neem Karoli Maharaj

Kainchi Dham – Baba Neem Karoli Maharaj

कैंची धाम – बाबा नीम करोली महाराज       बाबा नीम करोली महाराज जन्म: अकबरपुर ग्राम, जिला आगरा, उत्तर प्रदेश मूल नाम: लक्ष्मी नारायण शर्मा मृत्यु: 11 सितंबर 1974, वृंदावन उत्तराखंड के नैनीताल के पास खैरना मार्ग पर स्थित कैंची धाम, एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल है। यह महान संत आगे पढ़े…

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