गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तराखंड की झाकियां का विवरण

गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है गणतंत्र दिवस की परेड व उस में शामिल होने वाली झाकियां जो अलग-अलग राज्य व मंत्रालय की होती है उन झाकियों की अनूठी थीम होती है, जो भारत व उस राज्य के सांस्कृतिक, पौराणिक व इतिहासिक धरोहर को दुनिया के सामने रखती है, उत्तराखंड की झांकी हर साल गणतंत्र दिवस में भाग लेती है जिनका विवरण इस प्रकार है l गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल उत्तराखंड की झाकियां का विवरण व उनकी थीम —
वर्ष 2003 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – फूलदेई त्यौहार
वर्ष 2005 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – नंदा राजजात महोत्सव
वर्ष 2006 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – फूलों की घाटी नेशनल पार्क
वर्ष 2007 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – कार्बेट नेशनल पार्क
वर्ष 2009 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – साहसिक पर्यटन
वर्ष 2010 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – कुंभ मेला हरिद्वार, वर्ष 2014 में जड़ी-बूटी
वर्ष 2015 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – केदारनाथ,
वर्ष 2016 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – रम्माण
वर्ष 2018 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – ग्रामीण पर्यटन
वर्ष 2019 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – अनाशक्ति आश्रम
वर्ष 2021 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – केदारखंड
वर्ष 2022 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी – प्रगति की ओर बढ़ता कदम झांकी प्रस्तुत की गई थी।
वर्ष 2023 में उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था।
इस वर्ष 2024 में उत्तराखंड की झांकी की थीम थी –सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल
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