Major Operations Conducted by India: An overview- भारत द्वारा संचालित प्रमुख ऑपरेशन: एक अवलोकन

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भारत द्वारा संचालित प्रमुख ऑपरेशन: एक अवलोकन

भारत ने समय-समय पर विभिन्न संकटों और चुनौतियों का सामना करने के लिए कई महत्वपूर्ण सैन्य, मानवीय और बचाव अभियान चलाए हैं। ये ऑपरेशन न केवल भारत की रणनीतिक और मानवीय क्षमताओं को दर्शाते हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को भी प्रदर्शित करते हैं। नीचे कुछ प्रमुख ऑपरेशनों का विवरण दिया गया है, जो भारत सरकार, सशस्त्र बलों और अन्य एजेंसियों द्वारा संचालित किए गए हैं:

 ऑपरेशन पोलो (1948)

उद्देश्य: हैदराबाद रियासत को भारतीय संघ में शामिल करना।
विवरण:

  • समय: सितंबर 1948
  • पृष्ठभूमि: हैदराबाद के निज़ाम ने स्वतंत्रता की मांग की थी, जिसके खिलाफ भारतीय सेना ने गुप्त ऑपरेशन शुरू किया।
  • परिणाम: निज़ाम को सत्ता छोड़नी पड़ी, और हैदराबाद भारत का हिस्सा बना।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने भारत की क्षेत्रीय एकता और संप्रभुता को मजबूत किया।

ऑपरेशन विजय (1961)

उद्देश्य: गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त करना।
विवरण:

  • समय: 18-19 दिसंबर 1961
  • कार्रवाई: भारतीय सेना ने गोवा में प्रवेश किया, और पुर्तगाली गवर्नर जनरल मैन्यु आंतोनियो सिल्वा ने 19 दिसंबर को समर्पण कर दिया।
  • परिणाम: गोवा भारत का हिस्सा बना। हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने भारत की औपनिवेशिक शासन से मुक्ति की प्रतिबद्धता को दर्शाया।

ऑपरेशन मेघदूत (1984)

उद्देश्य: सियाचिन ग्लेशियर पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित करना।
विवरण:

  • शुरुआत: 13 अप्रैल 1984
  • पृष्ठभूमि: सियाचिन, दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र, भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का केंद्र था।
  • परिणाम: भारतीय सेना ने सियाचिन ग्लेशियर पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त किया।
  • महत्व: यह ऑपरेशन भारत की सामरिक श्रेष्ठता और उच्च ऊंचाई वाले युद्ध में दक्षता को दर्शाता है।

ऑपरेशन ब्लू स्टार (1984)

उद्देश्य: अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से सिख अलगाववादियों को हटाना।
विवरण:

  • समय: जून 1984
  • पृष्ठभूमि: पंजाब में भिंडरावाले के नेतृत्व में सिख अलगाववादी ताकतें मजबूत हो रही थीं, जिन्हें पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा था।
  • कार्रवाई: भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर में सैन्य अभियान चलाया।
  • महत्व: यह अभियान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण था, लेकिन इसने कई विवादों को भी जन्म दिया।

ऑपरेशन फेथ (1984)

उद्देश्य: भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों की सहायता करना।
विवरण:

  • समय: 2-3 दिसंबर 1984
  • पृष्ठभूमि: यूनियन कार्बाइड कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस रिसाव के कारण लगभग 5,295 लोगों की मृत्यु हुई।
  • परिणाम: इस त्रासदी के बाद पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 लागू किया गया।
  • महत्व: इसने पर्यावरण और औद्योगिक सुरक्षा पर नीतिगत बदलावों को प्रेरित किया।

ऑपरेशन सूर्य होप (2013)

उद्देश्य: केदारनाथ आपदा में फंसे लोगों को बचाना।
विवरण:

  • समय: 16-17 जून 2013
  • कार्रवाई: भारतीय सेना ने बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकाला।
  • महत्व: इसने प्राकृतिक आपदा प्रबंधन में भारत की तत्परता को दर्शाया।

ऑपरेशन मैत्री (2015)

उद्देश्य: नेपाल में भूकंप पीड़ितों की सहायता करना।
विवरण:

  • समय: 2015
  • कार्रवाई: भारत ने राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता और बचाव दल भेजे।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने भारत-नेपाल मैत्री को और मजबूत किया।

ऑपरेशन देवीशक्ति (2021)

उद्देश्य: अफगानिस्तान में फंसे भारतीय और विदेशी नागरिकों को निकालना।
विवरण:

  • शुरुआत: 16 अगस्त 2021
  • पृष्ठभूमि: तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद वहां अराजकता फैल गई थी।
  • कार्रवाई: भारतीय वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को निकाला और मानवीय सहायता प्रदान की।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने भारत की वैश्विक संकट प्रबंधन क्षमता को प्रदर्शित किया।

ऑपरेशन गंगा (2022)

उद्देश्य: यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों, विशेषकर छात्रों, को निकालना।
विवरण:

  • घोषणा: 26 फरवरी 2022
  • पृष्ठभूमि: रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भारतीय नागरिकों की सुरक्षा खतरे में थी।
  • कार्रवाई: भारत सरकार ने विशेष उड़ानों के माध्यम से हजारों नागरिकों को सुरक्षित निकाला।
  • महत्व: यह ऑपरेशन भारत की संकटकालीन निकासी क्षमता को दर्शाता है।

ऑपरेशन अजय (2023)

उद्देश्य: इज़रायल में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाना।
विवरण:

  • घोषणा: 11 अक्टूबर 2023
  • पृष्ठभूमि: इज़रायल और हमास के बीच संघर्ष के कारण वहां भारतीय नागरिकों की सुरक्षा खतरे में थी।
  • कार्रवाई: पहली चार्टर उड़ान 212 भारतीय नागरिकों को लेकर दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने वैश्विक संकट में अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।

6. ऑपरेशन कावेरी (2023)

उद्देश्य: सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना।
विवरण:

  • शुरुआत: 15 अप्रैल 2023
  • पृष्ठभूमि: सूडान में सेना और अर्धसैनिक समूहों के बीच हिंसक संघर्ष के कारण भारतीय नागरिकों की जान खतरे में थी।
  • कार्रवाई: भारत सरकार ने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष उड़ानें और समन्वय किया।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने भारत की त्वरित प्रतिक्रिया और मानवीय सहायता की क्षमता को दर्शाया।

ऑपरेशन दोस्त (2023)

उद्देश्य: तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों को राहत और बचाव सहायता प्रदान करना।
विवरण:

  • शुरुआत: 2023
  • कार्रवाई: भारतीय सेना और एनडीआरएफ ने मोबाइल अस्पताल, खोज और बचाव दल, और राहत सामग्री भेजी।
  • महत्व: इस ऑपरेशन ने भारत की वैश्विक मानवीय सहायता में अग्रणी भूमिका को रेखांकित किया

ऑपरेशन करुणा (2023)

उद्देश्य: चक्रवात मोचा से प्रभावित म्यांमार को राहत सामग्री प्रदान करना।
विवरण:

  • कार्रवाई: भारतीय नौसेना ने राहत सामग्री के साथ जहाज भेजे।
  • महत्व: इसने भारत की पड़ोसी देशों के प्रति सहायता की भावना को दर्शाया।

ऑपरेशन ब्रह्मा (28 मार्च 2025)

भारत सरकार द्वारा 28 मार्च 2025 को म्यांमार और थाईलैंड में आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद शुरू किया गया एक मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत, चिकित्सा सहायता, खोज और बचाव कार्यों को अंजाम देना था।

निष्कर्ष

भारत द्वारा संचालित ये ऑपरेशन न केवल राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर मानवीय सहायता और संकट प्रबंधन में भारत की अग्रणी भूमिका को भी रेखांकित करते हैं। सैन्य शक्ति, रणनीतिक योजना और मानवीय संवेदनशीलता का यह संयोजन भारत को एक जिम्मेदार और सक्षम राष्ट्र के रूप में स्थापित करता है।

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