डोबरा चांटी पुल

पर Guruji द्वारा प्रकाशित

* परिवहन के साधनों में पूलों का बहुत बड़ा योगदान होता है इन के माध्यम से यातायात को सुगम बनाया जाता है अगर भारतीय इतिहास को देखा जाए प्राचीन समय से ही पुलों का निर्माण होता रहा है

* वर्तमान भारत की  बात करें तो भारत का सबसे बड़ा पुल सबसे लंबा पुल भूपेन हजारीका पुल या ढोला सादिया पुल के नाम से भी जाना जाता है यह लोहित नदी पर बनाया गया है जिसका एक छोर  अरुणाचल प्रदेश  के ढोला कस्बे में है  और  दूसरा छोर असम के तिनसुकिया जिले  के सादिया कस्बे  में है यह 9.15 मीटर लंबा है

*  इससे पहले भारत का सबसे लंबा पुल इंदिरा गांधी सेतु पुल था

 

डोबरा चांटी पुल (उत्तराखंड )

 

* वर्तमान समय में भारत का सबसे लंबा सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज  जिसे झूला पुल कहा जाता  है डोबरा चांटी है  साथ ही साथ यह सबसे लम्बा भारी वाहन की आवा -जाही वाला पुल है ।

* डोबरा चांटी  उत्तराखंड में स्थित है जो भागीरथी नदी पर है,

*   इस पुल का उद्घाटन 8 नवंबर 2020 में किया गया यह पुल डोबरा गांव व चांटी  को जोड़ता है, इसलिए इस पुल का नाम डोबरा चांटी पुल है इसकी कुल लम्बाई 725 मीटर है ।

* डोबरा चांटी पुल में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेफिक कंट्रोल सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे कलर फूल मलटी लाइटिंग लगाई गयी है जिससे यह पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है । 

* डोबरा चांठी की गाथा  पुस्तक शीशपल गुसांई ने लिखी थी इस पुस्तक में डोबरा चांठी पुल के निर्माण  से लेकर लोकार्पण तक की जानकारी है ।

* डोबरा चांटी पुल बन जाने से उत्तरकाशी व टिहरी की जनता को लाभ मिलेगा साथ ही साथ वहां की  ग्रामीण जनता भी लाभवन्तित होंगी नई टिहरी से प्रताप नगर जाने  में  पहले  5 घंटे का सफर लगता था  जो पुल बन जाने के बाद डेढ घंटे का होगा  ।

* डोबरा चांठी पुल को बनने में लगभग 14 वर्ष लगे समय पर इस पुल के डिजाइन को बाधाओं का सामना करना पड़ा शुरुआत में इसका डिजाइन आईआईटी रुड़की हरिद्वार द्वारा बनाया गया लेकिन वह फेल हो गया इसके बाद इसका डिजाइन साउथ कोरिया की कंपनी यूसी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन कंसलटेंट को सौंपा गया और उसी के द्वारा इसको बनाया गया ।

 

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