Introduction-of-Uttarakhand-उत्तराखंड परिचय-

उत्तराखंड परिचय
- उत्तराखंड राज्य निर्माण उत्तराखंड राज्य के जन मानस द्वारा एक लंबे संघर्ष के बाद विषम भौगोलिक परिस्थिति व सांस्कृतिक, सामाजिक धरोहर रखने वाले क्षेत्र को पर्वतीय राज्य के रूप में पहचान दिलाना था।
- 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड को भारतीय संघ के 27 में राज्य के रूप में मान्यता प्राप्त हुई थी ।
- 11 वे वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर उत्तराखंड को 1 अप्रैल 2001 को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया था ।
- 11 वित्त आयोग के अध्यक्ष अली मोहम्मद खुसरो थे ।
- अप्रैल 2001 में 11 वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया था l
- 31 अक्टूबर 2019 जम्मू-कश्मीर के केन्द्र शासित प्रदेश बन जाने पर यह भारतीय संघ का 26 वां राज्य है ।
- 31/12/ 2006 तक राज्य का नाम उत्तरांचल व 1/1 /2007 को राज्य का नाम उत्तराखंड रखा गया ।
- अगर बात की जाय उत्तराखंड शब्द की तो उत्तराखंड शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग राज्य आन्दोलन के दैरान अपने पत्रों में स्वतंत्रता संग्रामी सेनानी गंगा दत्त पाण्डेय नामक व्यक्ति द्वारा किया गया था।
- उत्तराखंड मध्य हिमालय में स्थित 11 वा हिमालय राज्य हैं।
- वर्तमान में उत्तराखंड 10 वां विशेष राज्य है । वर्तमान भारत में 10 राज्य व एक केन्द्रशासित प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त है ।
- उत्तराखंड में प्रथम बार हिमालय राज्य की (बैठका) कानक्लेव 28 जुलाई 2019 मसूरी में आयोजित हुआ जिसमे 11 हिमालय राज्य के प्रतिनिधि में से 10 राज्य के प्रतिनिधि ने भाग लिया था, एक मात्र राज्य जिसके प्रतिनिधि ने भाग नही लिया था वह असम है ।
- अगर बात करी जाए हिमालय राज्य की तो भारत में स्वतंत्रता से पूर्व एकमात्र हिमालय राज्य असम था ।
- उत्तराखंड राज्य में 2 मंडल में है ।
- गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल
- उत्तराखंड के इन दोनों मंडलों में कुल जिलों की संख्या 13 है ।
गढ़वाल मंडल की स्थापना-1970
मुख्यालय – पौड़ी
- गढ़वाल मंडल में 7 जिले हैं –
- 1) देहरादून (1871) 1975
- 2) हरिद्वार (28 दिसम्बर 1988)
- 3) उत्तरकाशी (24 फरवरी 1960 )
- 4) टिहरी (1 अगस्त 1949 )
- 5) चमोली (24 फरवरी 1960 )
- 6) पौड़ी (1840 )
- 7) रुद्रप्रयाग (16 सितम्बर 1996)
- कुमाऊं मंडल की स्थापना-1854
- मुख्यालय- नैनीताल
- कुमाऊं मंडल में जिलों की संख्या की संख्या 6 है-
- 1) अल्मोड़ा (1891)
- 2) नैनीताल (1891 )
- 3) पिथौरागढ़ 14 फरवरी (1960)
- 4) उधम सिंह नगर 30 सितम्बर (1995)
- 5) बागेश्वर 15 सितम्बर (1997)
- 6) चंपावत 15 सितम्बर (1997)
- क्षेत्रफल के आधार पर उत्तराखंड के सबसे बड़े जिले- चमोली, उत्तराकाशी, पौड़ी,पिथौरागढ़
- क्षेत्रफल के आधार पर उत्तराखंड के सबसे छोटे जिले- चंपावत, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, हरिद्वार
- उत्तराखंड राज्य की दूसरी भाषा- संस्कृत 2010 घोषित किया गया था
- उत्तराखंड राज्य खेल – फुटबाल 2011 घोषित किया गया था
- उत्तराखंड राज्य वाद्य यंत्र – ढोल 2015 में घोषित किया गया था
- उत्तराखंड राज्य तितली कामन पिकोक 2016 में घोषित किया गया थी
- उत्तराखंड राज्य गीत – ‘उत्तराखंड देव भूमि, मातृभूमि शत-शत वन्दन अभिनन्दन’ इसे 2016 में राज्य गीत घोषित किया गया था ।
- उत्तराखंड राज्य गीत को हेमन्त बिष्ट द्वारा लिखा गया था
- इस गीत को स्वर दिया है लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी और अनुराधा निराला जी ने
- उत्तराखंड़ राज्य की अस्थायी राजधानी – देहरादून है l
- उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद भी अपनी कोई स्थायी राजधानी नहीं है या कहा सकते है, भारतीय संघ का ऐसा राज्य जिसकी कोई अपनी स्थाई राजधानी नहीं है l
- ग्रीष्म कालीन अस्थायी राजधानी – गैरसैण
- 4 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था ।
- उत्तराखंड राज्य की राजधानी जनमानस में कौतूहल विवाद का विषय रहा है, कुछ लोगों का मानना है की राजधानी को देहरादून होना चाहिए जबकि कुछ लोगों का मानना है राजधानी चमोली के गैरसैंण होनी चाहिए, जनमानस की भावनाओं को देखते हुए राजधानी के संबंध में दो आयोग का गठन किया गया।
- रमाशंकर कौशिक समिति – का गठन 1994 में किया गया इस समिति ने राजधानी को गैरसैण होने के पक्ष में बात करी
- वीरेंद्र दीक्षित समिति – इस समिति ने राजधानी को देहरादून रहने के पक्ष में बात करी
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6 टिप्पणियाँ
Sunita thapa · नवम्बर 17, 2020 पर 10:17 अपराह्न
Very good job sir 👌👍
Guruji · नवम्बर 18, 2020 पर 12:55 अपराह्न
thanks
Kamlesh kumar · जनवरी 16, 2021 पर 3:32 अपराह्न
Great sirji
Guruji · जनवरी 19, 2021 पर 7:34 अपराह्न
thanks
Ritesh agri · जनवरी 30, 2021 पर 6:42 अपराह्न
Good notes
Guruji · फ़रवरी 2, 2021 पर 12:57 अपराह्न
thanks