उत्तराखंड की ग्रीष्म कालीन राजधानी

गैरसैंड का ऐतिहासिक परिचय
राजधानी संघर्ष
* उत्तराखंड भारतीय संघ का एक ऐसा राज्य है, जिसकी राज्य निर्माण से लेकर अब तक कोई स्थाई राजधानी नही है
* उत्तराखंड राज्य की अस्थाई राजधानी- देहरादून है
* उत्तराखंड राज्य का कुछ भाग पर्वतीय क्षेत्र में आता है, तो कुछ भाग मैदानी क्षेत्र में आता है इसलिये राजधानी का मुद्दा अब तक विवाद का विषय रहा है ।
* समय-समय पर राजधानी के सम्बन्ध में आयोगों का भी गठन किया गया, लेकिन राजनैतिक पार्टी अपना स्वार्थ साधती रही है ।
* उत्तराखंड राज्य आन्दोलन के दौरान राज्य की स्थानीय पार्टी उत्तराखंड क्रान्ति दल द्वारा 23-25 जुलाई 1992 को अपनी पार्टी के अधिवेशन में गैरसैंड को राजधानी घोषित किया गया, उसका नाम चंद्रनगर रखा गया ।
* राज्य निर्माण से पूर्व राज्य निर्माण के बाद राजधानी के स्थान चयन के लिये समय – समय पर आयोग बनाये गये थे ।
कौशिक आयोग
* कौशिक आयोग (1994) – रमाशंकर कौशिक इसके अध्यक्ष थे अत:इस आयोग को कौशिक आयोग कहा गया था इस आयोग ने गैरसैण को राजधानी के लिये उपयुक्त माना था ।
वीरेन्द्र दीक्षित आयोग –
* राजधानी चयन आयोग का गठन 11 जनवरी 2001 में किया गया था, लेकिन कुछ समय बाद इसे भंग कर दिया गया 2002 में इसे पुन: जीवित कर दिया गया जस्टिस वीरेन्द्र दीक्षित को इस आयोग काअध्यक्ष बनाया गया, अत:इस आयोग को दीक्षित आयोग कहा गया इस आयोग का कार्य काल 11 बार बढ़ाया गया, इस आयोग ने देहरादून को राजधानी के लिये उपयुक्त माना था ।
* इन आयोग के बाद भी स्थाई राजधानी के लिये हल नही निकल पाया इन सभी विवादों को दरकिनार करते हुये मुख्य मंत्री विजय बहुगुणा ने जनमानस की भवना को देखते हुए गैरसैंड में मंत्री परिषद की बैठक बुलाई थी ।
* गैरसैंड में द्वितीय विधान सभा भवन बनाने का निर्यण लिया था 2017 राज्य का द्वितीय विधान सभा भवन बनकर तैयार हुआ ।
* 4 मार्च 2020 को बजट सत्र के दौरान जो गैरसैंड में आयोजित हुआ था उसमें मुख्यु मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए गैरसैंड को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया ।
* 8 जून 2020 उत्तराखंड राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मुख्यु मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा गैरसैंड राजधानी घोषण को स्वीकृती प्राप्त कर अधिसूचना जारी की
गैरसैण उत्तराखंड राज्य की आस्थाई ग्रीष्म कालीन राजधानी
4 टिप्पणियाँ
Gaurav verma · जनवरी 18, 2021 पर 9:58 पूर्वाह्न
Good going sir..
Guruji · जनवरी 19, 2021 पर 7:31 अपराह्न
thanks
Jitendra Dasila · जनवरी 21, 2021 पर 8:00 अपराह्न
❤❤❤
Guruji · जनवरी 22, 2021 पर 12:18 पूर्वाह्न
thanks