उत्तराखंड की झांकी गणतंत्र दिवस के पर्व पर

* 26 नवम्बर-1949 को भारतीय संविधान बनकर तैयार हुआ था, तथा संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को अंगीकृत किया गया था ।
* 1966 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसी अन्य देश का राष्ट्र प्रमुख भारत के गणतंत्र दिवस में अतिथि नहीं है ।
* इस दिन दिल्ली लाल किले पर राष्ट्रपति द्वारा ध्वज रोहण किया जाता है, राजपथ पर परेड के साथ-साथ विभन्न राज्यों की झांकियां निकाली जाती है ।
उत्तराखंड की झांकी
* इस साल 2021 उत्तराखंड की झांकी को शामिल किया गया है इस बार की झांकी का नाम केदारखंड था झांकी में केदारनाथ मन्दिर,शिव के वाहन नंदी, राज्य पशु कस्तूरी मृग, राज्य पक्षी मोनाल,राज्य पुष्प ब्रह्म कमल को दर्शाया गया था ।
* गणतंत्र दिवस की परेड पर उत्तराखंड की झांकी को राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान मिला था ऐसा पहला मौका था जब उत्तराखंड की झांकी को पुरस्कृत किया था ।
* उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद वर्ष 2003 से 2021 तक उत्तराखंड की 12 झांकी को परेड में शामिल किया गया है ।
* उत्तराखंड ने प्रथम बार 2003 अपनी झांकी 26 जनवरी की परेड में शामिल की थी ।
* 2003 – से 2021उत्तराखंड झांकियों का विवरण निम्न प्रकार है ।
* 2003- में उत्तराखंड की झांकी फूलदेई पर्व पर थी ।
* 2005- में उत्तराखंड की झांकी नंदा देवी पर्वत यात्रा पर थी ।
* 2006- में उत्तराखंड की झांकी फूलों की घाटी पर थी ।
* 2007- में उत्तराखंड की झांकी कार्बेट नेशनल पार्क पर थी ।
* 2009- में उत्तराखंड की झांकी साहित्य पर्यटन पर थी ।
* 2010- में उत्तराखंड की झांकी कुंभ मेला हरिद्वार पर थी ।
* 2014- में उत्तराखंड की झांकी जड़ी-बूटी संपदा पर थी ।
* 2015- में उत्तराखंड की झांकी केदारनाथ धाम पर थी ।
* 2016- में उत्तराखंड की झांकी रामायण उत्सव पर थी ।
* 2018- में उत्तराखंड की झांकी ग्रामीण पर्यटन पर थी ।
* 2019- में गांधीजी की कौसानी यात्रा पर थी ।
* 2021- में केदारखंड
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