उत्तराखंड इतिहास- प्रागैतिहासिक काल के महत्वपूर्ण प्रश्न

उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा के लिये महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह
1- उत्तराखण्ड में प्रागैतिहासिक काल का जनक किसको कहा जाता है- हेनवुड़
नोट – हेनवुड़ महोदय ने सर्वप्रथम 1856 में देवीधुरा (चंपावत) से महापाषाणकालीन पुराअवशेषों की खोज की थी।
देवीधुरा (चंपावत) में बग्वाल मेला वाराही देवी मंदिर के प्रगाण में लगता है, जो एक पाषाण मेला है, जिसका अपना पौराणिक प्राचीन महत्व है ।
14- ल्वेथाप से लाल रंग से निर्मित चित्र मिले है यह कहाँ है – अल्मोड़ा में
15 -उत्तराखंड में वह स्थल जहाँ से 8 ताम्र मानवाकृति मिली है वह स्थल कहाँ है – बनकोट (पिथौरागढ़) में
16- कसार देवी किस जनपद में है – अल्मोड़ा
18 – भेलतरा किस जनपद में जहाँ से प्रागैतिहसिक काल के स्थल मिले है – चमोली
19- उत्तराखंड का वह स्थल जहाँ से 5.2 kg का मुखावरण(मुखोटा) प्राप्त हुआ है – मलारी चमोली
नोट – मलारी स्थल को सर्वप्रथम शिवप्रसाद डबराल ने खोजा था ।
* फिर 2002 में गढ़वाल विश्वविद्यालय के शोधकर्ता ने सर्वेक्षण किया था।
20 – उत्तराखण्ड के किस स्थल से काले रंग का आलेख मिला है- पुरोला(उत्तरकाशी)
* नोट- डा0 यशोधर मठपाल का मानना है कि यह काफी पुराना है ।
* यह लेख शंख लिपी में है इस लिपि को अभी तक पढ़ा नहीं गया है ।
21 – महरू उड्यार स्थित है- रामगंगा घाटी
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