संयुक्त राष्ट्र (United Nation) की स्थापना से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

संयुक्त राष्ट्र (United Nation)
संयुक्त राष्ट्र (United Nation)
स्थापना:- 24 अक्टूबर 1945
मुख्यालय:- न्यूयॉर्क (मैनहट्टन द्वीप) के पास स्थित है ।
संयुक्त राष्ट्र के आधिकारिक पत्र पर 50 देशों ने हस्ताक्षर किए थे l
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र मैं कुल सदस्य देश की संख्या 193 देश है ।
सबसे अंत में शामिल इसके सदस्य देश निम्नवत है ।
190 सदस्य देश स्विट्जरलैंड
191 सदस्य देश पूर्वी तिमोर 192 :- मोंटेनिग्रो
193 सदस्य देश दक्षिण सूडान
संयुक्त राष्ट्र वर्तमान अध्यक्ष:- एंटोनियो गुटेरेस
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रथम महासचिव ट्रिगवेली नॉर्वे
डाग समर हॉल यूएनओ के ऐसे महासचिव हैं जिनकी मृत्यु प्लेन क्रैश में हुई l
संयुक्त राष्ट्र के प्रतिक चिन्ह
संयुक्त राष्ट्र के प्रतिक चिन्ह में जैतून की दो शाखाएं ऊपर की ओर खुली हैं l
और उनके बीच हल्की नीली पृष्टभूमि में विश्व का मानचित्र है ।
संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख अंग हैं
महासभा (General Assembly)
सुरक्षा परिषद (The Security Council)
आर्थिक और सामाजिक परिषद (The Economic and Social Council)
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (The International Court of Justice)
सचिवालय (The Secretariat )
न्यास परिषद (The Trusteeship Council)
महासभा (General Assembly)
एक लोकतान्त्रिक संस्था है क्योंकि इसमें सभी राज्यों (देशों ) का समान प्रतिनिधित्व होता है l
यह एक प्रकार से विश्व संसद की तरह है.यह संयुक्त राष्ट्र का मुख्य विचार-विमर्श निकाय है जो मुक्त एवं उदार बातचीत के जरिये समस्याओं के समाधान ढूँढने का प्रयास करता है l
यह विश्व का स्थायी मंच एवं बैठक कक्ष है. इसका गठन कुछ इस मान्यता पर आधारित है – ” शब्दों से लड़ा जाने वाला युद्ध तलवारों से लड़े जाने वाले युद्ध से श्रेयस्कर है
महासभा की अध्यक्षता एक महासचिव द्वारा की जाती है, जो सदस्य देशों एवं 21 उप-अध्यक्षों के द्वारा चुने जाते हैं. इसमें सामान्य मुद्दों पर फैसला लेने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरुरत होती है.
सभा को संयुक्त राष्ट्र के घोषणा-पत्र की परिधि में आने वाले तमाम मुद्दों पर बहस एवं अनुशंसा करने का अधिकार प्राप्त है. हालाँकि इसके फैसले को मानना सदस्य राज्यों के लिए अनिवार्य नहीं है, तथापि उन फैसलों में विश्व जनमत की अभिव्यक्ति होती है.
महासभा राष्ट्रीय संसद की तरह कानून का निर्माण नहीं करती है फिर भी संयुक्त राष्ट्र में छोटे-बड़े धनी – निर्धन और विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक व्यवस्था वाले देशों के प्रतिनिधियों को अपनी बात करने और वोट देने का अधिकार प्राप्त होता है l
महासभा की बैठक प्रतिवर्ष सितम्बर माह में होती है. इसी बैठक में विभिन्न अध्यक्ष और कई उपाध्यक्षों का निर्वाचन होता है.
अनुच्छेद 18 के अनुसार महासभा में किसी भी देश के 5 से अधिक प्रतिनिधि नहीं होंगे l
सुरक्षा परिषद् (The Security Council)
संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र के अनुसार शांति एवं सुरक्षा बहाल करने की प्राथमिक जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद की होती है l. इसकी बैठक कभी भी बुलाई जा सकती है, इसके फैसले का अनुपालन करना सभी राज्यों के लिए अनिवार्य है l
इसमें 15 सदस्य देश शामिल होते हैं l
जिनमें से पाँच स्द्रस्य देश – चीन, फ्रांस, सोवियत संघ, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका – स्थायी सदस्य हैं l
शेष दस सदस्य देशों का चुनाव महासभा में स्थायी सदस्यों द्वारा किया जाता है. चयनित सदस्य देशों का कार्यकाल 2 वर्षों का होता है l
सुरक्षा परिषद की संरचना
के वर्तमान समय में 15 सदस्य देश हैं जिसमें 5 स्थायी और 10 अस्थायी हैं.
वर्ष 1963 में चार्टर संशोधन किया गया और अस्थायी सदस्यों की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 कर दी गई. अस्थायी सदस्य विश्व के विभिन्न भागों से लिए जाते हैं जिसके अनुपात निम्नलिखित हैं-
5 सदस्य अफ्रीका, एशिया से
2 सदस्य लैटिन अमेरिका से 2 सदस्य पश्चिमी देशों से
1 सदस्य पूर्वी यूरोप से’
सुरक्षा परिषद कार्यप्रणाली से सम्बंधित प्रश्नों को छोड़कर प्रत्येक फैसले के लिए मतदान की आवश्यकता पड़ती है. अगर कोई भी स्थायी सदस्य अपना वोट देने से मना कर देता है तब इसे “वीटो” के नाम से जाना जाता है l
सुरक्षा परिषद् (Security Council) के समक्ष जब कभी किसी देश के अशांति और खतरे के मामले लाये जाते हैं तो अक्सर वह उस देश को पहले विविध पक्षों से शांतिपूर्ण हल ढूँढने हेतु प्रयास करने के लिए कहती है.
सुरक्षा परिषद् मध्यस्थता का मार्गे भी चुनती है. वह स्थिति की छानबीन कर उस पर रपेट भेजने के लिए महासचिव से आग्रह भी कर सकती है. लड़ाई छिड़ जाने पर परिषद् युद्ध विराम की कोशिश करती है l
सुरक्षा परिषद् कार्य
विश्व में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखना l
हथियारों की तस्करी को रोकना l
आक्रमणकर्ता राज्य के विरुद्ध सैन्य कार्यवाही करना l
आक्रमण को रोकने या बंद करने के लिए राज्यों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना l
आर्थिक एवं सामाजिक परिषद
(Economic and Social Council)
आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् के 54 सदस्य हैं जिसमें 18 सदस्य 3 वर्षों के लिए निर्वाचित होते हैं l
सामान्यत इसकी बैठक साल में दो बार होती हैं l
यह संयुक्त राज्य और उसकी विशेषज्ञ एजेंसियों, जैसे –
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO)
खाद्य एवं श्रमिक संघटन (FAO)
यूनेस्को (UNESCO)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यों का समन्वयन करती है l
आर्थिक एवं सामाजिक परिषद कार्य
इसके कार्य कुछ इस प्रकार हैं-
विकासशील देशों में आर्थिक गतिविधियों में संवर्द्धन करना विकास और मानवीय आवश्यकताओं की सहायता प्राप्त परियोजनाओं का प्रबंधन करना
मानवाधिकार के अनुपालन को मजबूत करना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के लाभों का विस्तार करना l
बेहतर आवास, परिवार नियोजन तथा अपराध – निस्तारण के क्षेत्र में विश्व सहयोग को बहाल करना l
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
(International Court of Justice)
स्थापना – 1945 में हुई थी कार्य करनाअप्रैल 1946 से प्रारंभ किया l
मुख्यालय – नीदरलैंड के शहर द हेग में स्थित है l
अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में वैधानिक विवादों के समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना की गई है l
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का निर्णय परामर्श माना जाता है एवं इसके द्वारा दिए गये निर्णय को बाध्यकारी रूप से लागू करने की शक्ति सुरक्षा परिषद् पास है l
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के द्वारा राज्यों के बीच उप्तन्न विवादों को सुलझाया जाता है l
जैसे – सीमा विवाद, जल विवाद आदि इसके अतिरिक्त संयुक्त, राष्ट्र संघ की विभिन्न एजेंसियाँ अंतर्राष्ट्रीय विवाद के मुद्दों पर इससे परामर्श ले सकती हैं l
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय संरचना
न्यायालय की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी फ्रांसीसी है l
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में 15 न्यायाधीश होते हैं जिनका कार्यकाल 9 वर्षों का होता है l
किसी एक राज्य के एक से अधिक नागरिक एक साथ न्यायाधीश नहीं हो सकते
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश डॉ0 नागेंद्र
अन्य भारतीय न्यायाधीश रहे व्यक्ति
भारतीय सर बेनेगल राव
आर0एस पाठक
दलबीर सिंह भंडारी
सचिवालय (The Secretariat )
संयुक्त राष्ट्र सविचालय संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रशासनिक संस्था है l
जिसका कार्य संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यों का प्रशासनिक प्रबंध करना है l
संयुक्त राष्ट्र संघ का महासचिव, संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations – UN) का प्रशासनिक प्रधान होती है l
और महासचिव की नियुक्ति महासभा में उपस्थित और मतदान करने वाले दो तिहाई सदस्यों द्वारा होती है l
चार्टर में महासचिव के कार्यकाल का कोई प्रावधान नहीं है l
परन्तु महासभा के द्वारा पारित प्रस्ताव के आधार पर महासचिव की नियुक्ति 5 वर्षों के लिए होती है l
और वह दोबारा भी नियुक्त किया जा सकता है l
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की भूमिका सचिवालय के प्रधान तथा कूटनीतिज्ञ के रूप में देखी जाती है l
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रथम महासचिव ट्रिगवेली नॉर्वे
डाग हैमर समरहॉल यूएनओ के ऐसे महासचिव हैं जिनकी मृत्यु प्लेन क्रैश में हुई l
न्यास परिषद (The Trusteeship Council)
अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखना |
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पराजित राष्ट्रो की संम्पत्ति को को लौटाना और उसका पुननिर्माण करना |
जो राज्य पूर्ण रूप से स्वशासन की स्थिति मे नही आ पायें हैं,उन्हें न्यास समझते हुए विकसित राष्ट्र उनके प्रति न्यासी का भाव रख उनका उद्धार कर पूर्ण रूप से स्वतंत्र करना और उनकी अर्थव्यवस्था कोअपने पैरों पर खड़ा करने में सहायता प्रदान करना l
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