chandvansh Prat -2- all important fact

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उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

 

1-कौन सा चंद शासक खस राजाओं से पराजित हुआ था – वीणाचंद 

2-किस चंद शासक के समय चंद वंश की सत्ता उनके हाथो से चली गई थी- वीणाचंद 

वीणाचंद भोग विलासी शासक था उसने अपना राज्य अपने कर्मचारी के हाथों में सौंप दिया था ल जिसका फयदा खसों ने उठाया और कुमांऊँ पर आक्रमण किया तथा 200 सौं वर्ष तक शासन किया l

3- वीणा चंद किन राजा द्वारा पराजित हुआ था – खस राजा से

 

4-किस चंद शासक ने खसों से अपनी सत्ता को वापस लिया था- वीरचंद 

वीरचंद ने पुनः अपने पूर्वजों की सत्ता को स्थापित किया था l

वीरचंद ने किस खस शासकों को हराकर चंद वंश की सत्ता पुन: स्थापित की थी – खस शासक सोपाल

5-अशोकचल्ल के आक्रमण के  समय कुमाऊँ में किसका शासन था- वीरच

अशोकचल्ल के सम्बन्ध में तथ्य 

* गोपेश्वर त्रिशूल लेख से ज्ञात होता है कि 1911 ई0 में अशोकचल्ल का आधिपत्य था।

* गोपेश्वर का प्राचीन नाम – गौस्थल है ।

* अशोकचल्ल वैराथ कुल का तथा दुलु का निवासी था ।

6-हर्षदेव जोशी, फ्रान्सिस हैमिल्टन, फे्रजर के अनुसार चंद वशं का प्रथम शासक कौन था- थोहरचंद

फ्रान्सिस हैमिल्टन की पुस्तकःकिंगडम ऑफ नेपाल 1881                 

फे्रजर की पुस्तकः- रिपोर्ट ओन कुमांऊ एंड गढ़वाल 1819

में चाँद वंश संथापक थोहरचंद को कहा गया है l

7 थोहरचन्द चन्द वंश का 23 वां शासक था बद्रीदत्त पाण्डेय के अनुसार

8-किस चंद शासक के बारे में जानकारी उसके स्वंय के अभिलेख  से  प्राप्त होती है- अभयचंद

9- नैनीताल को अपने राज्य में मिलाने वाला प्रथम शासक था कौन था – त्रिलोक चंद 

त्रिलोक चंद के समय नैनीताल को छकाता कहा जाता था इसने भीमताल में किले का निर्माण भी कराया था ।

10-चंद वंश में सबसे लम्बे तक शासन करने वाला शासक- गरूण ज्ञान चंद

11-चंद वंश का प्रथम शासक जो दिल्ली दरबार गया- गरूण ज्ञान चंद

12-गरूण ज्ञान चंद के समय दिल्ली में किस वंश का शासन था – तुगलक वंश 

13-चंद शासक गरूण ज्ञान चंद के समय दिल्ली में किसका शासन था- फिरोजशाह तुगलक 

14-गरूण ज्ञान चंद को गरूण की उपाधी दिल्ली के किस सुल्तान द्वारा दी गई- फिरोजशाह तुगलक

15- ज्ञानचंद का राजचिन्ह क्या था- गरूण

16-मझेड़ा ताम्र पत्र के अनुसार ज्ञानचंद के समय एक मात्र सामंत था- विजयबम

17-ज्ञानचंद के सेनापति कौन था- नीलू कठायत

* नोटः- ज्ञानचंद के सेनापति नीलू कठायत था जो कपरौली का निवासी था। उसने तराई भावर से यवनों तथा मुस्लमानों को मार भगाया था ।

इसको ज्ञानचंद ने कुम्यया खितलत की उपाधि दी। 

18-गढ़वाल के पिण्ड़र घाटी पर किस चंद शासक का पहला आक्रमण था- गरूण ज्ञान चंद 

19-चंद काल में बै कर किस चंद शासक के समय लिया जाता था- गरूण ज्ञानचंद यह कर अनाज के रूप में लिया जाता था। 

20-किस चंद शासन ने अपने सेनापति के दोनों बेटों को मरवाया था- ज्ञान चंद ने

* इसने अपने सेना पति नीलू कठायत के बेटे (सज्जू और बीरू) को मरवा दिया था ।

21-बालेश्वर मंदिर (चंपावत) का जीर्णोद्वार किस चंदशासक ने किया- उघानचंद

22-किस चंद शासन ने एक साल के लिए जनता को मालगुजारी से मुक्त रखा  था – उघानचंद

23- बालेश्वर मंदिर के जीर्णोद्वार में प्रमुख योगदान किसका है- कुंज शर्मा तिवारी (यह गुजरात का ब्राहमण था)

* बालेश्वर  मंदिर का निर्माण कार्य पुरा करवाया था- विक्रमचंद

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