vishavnath मंदिर uttarakashi

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विश्वनाथ मंदिर, उत्तरकाशी,

 

 

 

 

विश्वनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य के  उत्तरकाशी  जिले में स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है अगर बात की जाय उत्तरकाशी शहर की तो यह शहर भागीरथी नदी के तट पर  तथा वरुणावत पर्वत की तलहटी पर प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरे हुए  बसा है

उत्तरकाशी का प्राचीन नाम बाड़ाहाट व् पौराणिक नाम सौम्य काशी है, काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसका महत्व वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के समान माना जाता है।

मंदिर का ऐतिहासिक महत्व

विश्वनाथ मंदिर को अत्यधिक पुराना माना जाता है, जनश्रुति के अनुसार कहा जाता है इस मंदिर की स्थापना परशुराम द्वारा की गयी थी बाद में आधुनिक स्वरूप में निमार्ण महारानी द्वारा किया गया ऐसा कहा जाता है कि यहां दर्शन करने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उनके सभी पाप समाप्त हो जाते हैं। उत्तरकाशी का नाम भी ‘उत्तर’ (उत्तर दिशा) और ‘काशी’ (वाराणसी) से लिया गया है, जिसका मतलब है कि यह वाराणसी का उत्तरी संस्करण है।

विश्वनाथ मंदिर के सामने शक्ति मंदिर स्थित है, शक्ति देवी मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित है यहां पर एक त्रिशूल है कहा जाता है की माँ दुर्गा ने राक्षस महिषा सुर का वध करने के बाद माँ दुर्गा ने अपना त्रिशूल धरती पर फेंका  था  जो यह त्रिशूल यहाँ आकर गिरा,था इसलिए यहाँ पर माँ दुर्गा के शक्ति स्तम्भ के रूप में पूजा की जाती है l 

 

मंदिर की वास्तुकला

यह मंदिर पारंपरिक पहाड़ी शैली में निर्मित है, और इसका शिखर विशेष रूप से आकर्षक है। मंदिर के अंदर भगवान शिव की शिवलिंग स्थापित है, जिसे भक्तों द्वारा अभिषेक और पूजा अर्पित की जाती है। इसके अलावा मंदिर परिसर में गणेश जी, दुर्गा माता, और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित हैं।

धार्मिक उत्सव और आयोजन

यहां पर हर साल महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर भक्त दूर-दूर से आकर भगवान शिव की आराधना करते हैं। इसके अलावा सावन के महीने में भी विशेष पूजा-अर्चना होती है, क्योंकि यह महीना भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय है।

यात्रा और सुविधा

उत्तरकाशी एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है, और यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग की सुविधा है। निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट (देहरादून) है, जो उत्तरकाशी से लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पर है। ऋषिकेश और हरिद्वार से भी उत्तरकाशी के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध है।

विश्वनाथ मंदिर उत्तरकाशी न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के कारण भी प्रसिद्ध है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक दोनों ही अद्वितीय धार्मिक अनुभव और पहाड़ों की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।

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