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राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribunal)

        राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribunal) स्थापना 18 अक्टूबर 2010 में हरित प्राधिकरण अधिनियम के तहत की की गई थी । इसका मुख्यालय दिल्ली में दिल्ली में है । जबकि इसकी इसके चार क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल, कोलकाता, पुणे, चेन्नई में है । सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश आगे पढ़े

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भारत के प्रमुख नेता और उनके समाधि स्थल

भारत के प्रमुख नेता और उनके समाधि स्थल   महात्मा गांधी जी का समाधि स्थल का नाम है – राजघाट जवाहरलाल नेहरू जी के समाधि स्थल का नाम है – शांतिवन इंदिरा गांधी जी के समाधि स्थल का नाम है – शक्ति स्थल लाल बहादुर शास्त्री जी के समाधि स्थल आगे पढ़े

फरवरी में आयोजित दिवस

        फरवरी में आयोजित दिवस 2 फरवरी विश्व आर्द्रभूमि दिवस वेटलैंड दिवस नोट ईरान रामसर समझौते में द्वारा 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाने का निर्णय लिया गया 4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस  10 फरवरी विश्व दाल दिवस  नोट सर्वप्रथम दाल दिवस 2019 में मनाया गया आगे पढ़े

भारत के संविधान के स्रोत

        भारतीय संविधान के स्रोत   भारतीय संविधान कई देशों की संविधान को पढ़कर तैयार किया गया है अथवा स्वभाविक है कि संविधान पर कई देशों के संविधान का प्रभाव रहा है और इसके प्रावधानों कई देशों से ग्रहण किए गए है । भारतीय संविधान पर सबसे ज्यादा आगे पढ़े

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भारतीय संविधान निर्मात्री समिति व उनके अध्यक्ष

भारतीय संविधान निर्मात्री समिति व उनके अध्यक्ष           संविधान निर्माण के समय बहुत सी समिति का गठन किया गया था यह समिति दो प्रकार की थी । 1 प्रक्रिया संबंधी समिति  2 नियम संबंधी समिति प्रारूप समिति – डॉक्टर भीमराव अंबेडकर  संघ संविधान समिति – जवाहरलाल आगे पढ़े

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भारत का भौगोलिक परिचय

भारत का भौगोलिक परिचय           भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है,। भारत का क्षेत्रफल 32,8, 263 वर्ग किमी है जो विश्व के क्षेत्रफल का 2.4 3% है। विश्व के  क्षेत्रफल आधार पर  7  सबसे बड़े देश है रूस,कनाडा, चीन, यूएसए, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, भारत  भारत के आगे पढ़े

प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रमुख राजवंश व उनके संस्थापक

प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रमुख राजवंश व उनके संस्थापक          हर्यक वंश का संस्थापक- बिंबिसार शिशुनाग वंश का संस्थापक- शिशुनाग नंद वंश का संस्थापक – महापद्मनंद शुंग वंश का संस्थापक – पुष्यमित्र  कण्व वंश का संस्थापक – वासुदेव  चेदि वंश का संस्थापक (कलिंग)  – महामेधवाहन  आन्ध्र सातवाहन आगे पढ़े

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भारत संविधान की अनुसूचियां

      भारत का संविधान जब 26 जनवरी 1949 को  लागू हुआ था तो उसमें 8 अनुसूचियां थी । वर्तमान में  भारतीय संविधान में 12  अनुसूचियां हैं , जिन का  विवरण इस प्रकार है।    पहली अनुसूची- राज्य व  संघ राज्य क्षेत्र  इसमें वर्तमान भारत के 28 राज्य तथा आगे पढ़े

उत्तराखंड इतिहास पार्ट-2-मौखिर वंश

मौखिर राजवंश           1-नाग वंश की सत्ता को उत्तराखण्ड से किसने समाप्त किया- मौखिर वंश 2-मौखिर वंश का अंतिम शासक कौन था- गृहवर्मा 3-ग्रहवर्मा की पत्नी का क्या नाम था- राज्यश्री था । नोटः- राज्यश्री प्रभाकरवर्धन व यशोमती की पुत्री तथा राज्यवर्धन व हर्षवर्धन की बहन थी। आगे पढ़े

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भारतीय संविधान भाग ( Part of Indian Constitution )

 26 नवंबर को सविधान दिवस मनाया जाता है । 26 नवंबर 1949  को भारतीय संविधान बनकर तैयार हुआ था, इसे संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था । भारत 26 जनवरी  को गणतंत्र राष्ट्रीय बना  था , भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था । भारतीय संविधान में आगे पढ़े

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भारत के प्रमुख राजनैतिक दल या राजनैतिक पार्टी

राष्ट्रीय राजनीतिक दल राष्ट्रीय पार्टी          राष्ट्रीय पार्टी वह पार्टी होती है, जिसका विस्तार पूरे राष्ट्रीय में होता  है अर्थात यह राष्ट्रीय स्तर की  पार्टी होती  है I राष्ट्रीय स्तर के दल को मान्यता प्राप्त करने के लिए किसी भी राजनीतिक दल को लोकसभा या विधानसभा के आगे पढ़े

भाषा क्या, भाषा के रूप भाषा परिवार और भारतीय भाषाएं

        भाषा शब्द संस्कृत की भाष्’ धातु से बना  है, भाष्’ का  अर्थ  होता है बोलना  भाषा मूलतः ध्वनि संकेतों की एक व्यवस्था है, यह मानव मुख से निकली अभिव्यक्ति है I यह विचारों के आदान-प्रदान का एक सामाजिक साधन है और इसके शब्दों के अर्थ  प्राय:  आगे पढ़े

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कौसानी

        कौसानी उत्तराखंड  में बागेश्वर जनपद  में  स्थित अत्यधिक सुंदर  हिल स्टेशन है, इसकी  सुंदरता का पता इस बात से लगाया जा सकता है, कि राष्ट्रीय पिता गाँधी जी ने इसे भारत का स्विटजरलैंड कहा था |  कौशिक मुनि की तपस्थली होने से इसका आधुनिक नाम कौसानी आगे पढ़े

उत्तराखंड राज्य परिवहन, उत्तराखंड NH व उनके नयें नाम

        सड़क परिवहन हमारे अर्थव्यवथा का अभिन्न अंग है उत्तराखंड पर्वती राज्य है यहाँ सड़क  मार्ग अत्यधिक ऊंचाई पर व् दुर्गम    है क्योंकि यहां बरसात होने पर भूस्खलन होता रहता है और मार्गों में बाधा आती रहती है । राज्य में सड़क परिवाहन व्यवसाय का अधिकांश आगे पढ़े

बांज का वृक्ष

          उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य है  यहां पर वनों की अधिकता है राज्य में देवदार,,चीड, भोजपत्र, रिंगाल, बुरांश सिसम, साल आदि के वृक्ष पाये जाते है, लेकिन बांज का वृक्ष इन सभी वृक्ष में एक उपयोगी व बहुमूल्य प्राकृतिक वरदान वाला वृक्ष है विश्व में बांज आगे पढ़े

parmar vansh-gadhwal परमार वंश

परमार वंश (888~1804) उत्तराखंड परमार वंश से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य गढ़वाल में 52 गढ़ हुआ करते थे । गढ़वाल के कुछ प्रमुख गढ़ नागपुर गढ़ को पहला गढ़ माना जाता है । उप्पूगढ़ के शासक कफफू चौहान ने अजय पाल की अधीनता को स्वीकार नहीं किया था । नालगढ़ देहरादून में आगे पढ़े

रिंगाल

रिंगाल को बौना बांस भी कहा जाता है । रिंगल का वैज्ञानिक नाम किमनोबम्बुसा फलकाटा उत्तराखंड के सात(7) उत्पाद को  G.I टैग (भौगोलिक संकेत) प्रदान किया गया उनमें रिंगाल भी शामिल है ।  रिंगाल की कई प्रजातियां उत्तराखंड में मिलती है ।  जिनमें देव रिंगाल,गोलू रिंगाल, थाम रिंगाल, सराडू रिंगाल, भट्टपुत्रु आगे पढ़े

उत्तराखंड की पुरा प्रजाति

मानव प्रजाति का इतिहास कई लाखों वर्ष पुराना है मानव की उत्पत्ति अफ्रीका महाद्वीप में मानी जाती है भारत के संदर्भ में मानव का प्रथम साक्ष्य नर्मदा घाटी क्षेत्र में मिला था । भारत में आने वाले प्रजाति समूह में भारत में सर्वप्रथम आने वाली प्रजाति नीग्रो थे ।  नीग्रो प्रोटोऑस्टोलाइट आगे पढ़े

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आदिगुरू शंकराचार्य समाधि

5 नवम्बर 2021 को केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दीपावली के एक दिन बाद आदिगुरू शंकराचार्य की  नवीन प्रतिमा को स्थापित किया है । आदिगुरू  शंकराचार्य  द्वारा मात्र 32 वर्ष की अवस्था में केदारनाथ धाम  से कुछ दूरी पर समाधि ली थी  । 16 व 17 जून की आगे पढ़े

उत्तराखंड उत्पाद को जी० आई० टैग

भौगोलिक संकेत  (geographical indication) भौगोलिक संकेत  (geographical indication) इस का उपयोग ऐसे उत्पाद के लिये किया जाता है जिनका अपना मूल भौगोलिक  क्षेत्र होता है विशिष्ट विशेषता होती है । जी० आई० टैग द्वारा स्थनीय उत्पाद को अंतरार्ष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलती है उस उत्पाद की ब्रांड आगे पढ़े

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